Chardham Yatra : प्रदेश में चारधाम यात्रा शुरू होने से उत्तराखंड सरकार की लॉट्ररी लगती हुई दिखाई दे रही है। ये हाल तब है जब यात्रा सीजन को शुरू हुए मात्र 10 दिन ही हुए है। महज इतने कम दिनों में तीन रूट से चलाई जा रही हेली सेवा रोजाना सरकार को 15 से 17 लाख रूपए तक कमाकर राजस्व दे रही हैं। उत्तराखंड सिविल एविएशन के मुताबिक हर दिन करीब 300 से 350 यात्री हेली सेवा का लुफ्त उठाते हुए रोजाना केदारनाथ धाम पहुंच रहे हैं।
चारधाम में रोजाना पहुंच रहे 50 हजार श्रद्धालु
कोरोना के चलते पिछले 2 साल से बंद पड़ी चारधाम यात्रा के शुरू होने के बाद से अपने पूरे शबाब पर है। चारधाम यात्रा के चारों धामों में रोजाना लगभग 50 हजार श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। धामों में से सबसे ज्यादा यात्रियों की संख्या केदारनाथ धाम में देखने को मिल रही है। बता दें कि उत्तराखंड चारधाम हेली सर्विस में 9 हेली कंपनियां अपनी सेवाएं दे रही हैं जबकि केदारनाथ धाम के लिए तीन जगह गुप्तकाशी, फाटा और सिरसी से इन प्राइवेट कंपनियों के शटल उड़ान भरे जा रहे है। वहीं बात करें औसतन लाभ की तो प्रत्येक लैंडिंग पर उत्तराखंड सरकार को 5 हजार का राजस्व प्राप्त हो रहा है। ऐसे में रोजाना हेली सेवा का प्रयोग करने वाले लोगों से मिलने होने वाला राजस्व तकरीब 15 से 17 लाख का पहुंच रहा है।
कितना है हेली सेवा का किराया
केदारनाथ धाम के लिए उत्तराखंड सरकार ने 3 रूट किए निर्धारित
गुप्तकाशी से केदारनाथ धाम-3875×2 (आना-जाना), 7750₹ प्रति व्यक्ति
फाटा से केदारनाथ धाम-2360×2 (आना-जाना), 4720₹ प्रति व्यक्ति
सिरसी से केदारनाथ धाम 2340×2 (आना-जाना), 4680₹ प्रति व्यक्ति