Teacher Protest in Champawat : नेपाल सीमा को जोड़ने वाली किमतोली-लोहाघाट मोटर मार्ग की बदहाली पर पीडब्ल्यूडी और प्रशासन ने जब लोगों की न सुनी तो शिक्षकों ने लचर सिस्टम को आईना दिखाकर खुद श्रमदान कर सड़क पर बने गड्ढों को भरकर आवागमन के लायक बनाया। नेपाल सीमा को जोड़ने वाले किमतोली-लोहाघाट मोटर मार्ग वर्षों से बदहाल पड़ा हुआ है। देवीधार से किमतोली तक हर दस मीटर में सड़क पर गड्ढे बने हुए हैं। जिससे लोगों को आवाजाही करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तथा कई दो पहिया वाहन गिरकर चोटिल हो चुके हैं। कई बार मांग के बाद भी सड़क पर डामरीकरण नहीं हो पा रहा है। सड़क के दोनों और बरसात के कारण गहरी कोर बन गई है।
नालियां और स्क्रबर बंद पड़े हैं। बारिश के दौरान बरसात का पानी गंगनौला से सड़क से बहकर किमतोली पहुंच जाता है तो वही चौकड़ी से पानी बहकर देवीधार और देवीधार का पानी सड़क से बहते हुए जयंती भवन चांदमारी स्थित घरों के अंदर पहुच रहा है। इस सड़क में रोज यात्रा करने वाले शिक्षकों ने सड़क का संज्ञान लेते हुए खुद श्रमदान कर सड़क में बने गड्ढों को पाटकर वाहनो के चलने लायक बनाया तथा प्रशासन को आइना दिखाया। साथ ही प्रशासन से जल्द सड़क पर डामरीकरण की मांग उठाई।