Jal Jeevan Mission : बेरोजगारी और पलायन का दंश झेल रहे पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में अब युवाओं को नौकरी के लिए अपना घर नहीं छोड़ना पड़ेगा। उत्तराखंड सरकार प्रदेश के युवाओं के लिए एक खास प्लान तैयार करने जा रही है जिसके चलते कम पढ़े लिखे युवाओं को छोटे रोजगार के लिए अब अपना घर नहीं छोड़ना पड़ेगा। सरकार ऐसे युवाओं को जल जीवन मिशन के तहत नजदीकी आईटीआई-पॉलिटेक्निक से प्रशिक्षण देकर गांव में ही काम देगी। जिसके बाद वह लोग प्लंबर, मिस्त्री बनकर पेयजल योजनाओं के रखरखाव, नए कनेक्शन और पुराने कनेक्शन से जुड़े काम कर सकेंगे।
Jal Jeevan Mission : इस मिशन के तहत मिलेगा रोजगार
सरकार द्वारा प्रदेशभर में जल जीवन मिशन के तहत छोटी-बड़ी मिलाकर 16151 परियोजनाएं बनाई जा रही है। जिसमें तमाम ऐसे गांव शामिल है जहां पहले से ही पेयजल योजनाएं चल रही है। इन योजनाओं की जिम्मेदारी विलेज वाटर सेनिटेशन कमेटी को सौंपी जा रही है। उधर घर-घर तक नल लगने के बाद इनके रखरखाव, नए कनेक्शन लगाने के साथ ही पुरानी लाइन की मरम्मत करने के लिए बड़ी संख्या में युवाओं की जरूरत पड़ेगी।
Jal Jeevan Mission : इतना ही नहीं पेयजल विभाग ने तय किया है कि इसके लिए तकनीकी शिक्षा विभाग से सहयोग भी लिया जाएगा और गांव के निकटतम आईटीआई, पॉलिटेक्निक में इन युवाओं को प्लंबर, मिस्त्री के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि रोजगार के अवसर पैदा हो सकें और ये प्रशिक्षण सितंबर माह में शुरू होगा।
Jal Jeevan Mission : इसके साथ ही सरकार का भी कहना है कि सभी सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों के बीटेक अंतिम वर्ष के छात्रों को भी जल जीवन मिशन की योजनाओं का प्रशिक्षण दिया जाएगा और उन्हें अंतिम वर्ष की एक माह की ट्रेनिंग के बाद पेयजल विभाग द्वारा प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा। सरकार ने कहा कि पेयजल योजना की रिपोर्ट बनाकर विभाग में जमा कराने पर ही प्रमाणपत्र मिलेगा और ये प्रशिक्षण दिसंबर में शुरू हो जाएगा।
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