Subramanian Challenge Uttarakhand Government देश के जाने-माने वकील और पूर्व सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने उत्तराखंड सरकार की मुश्किलों को एक बार फिर बड़ा दिया है। इस बार स्वामी ने विधानसभा से बर्खास्त किए गए कर्मचारियों को लेकर न सिर्फ सरकार को चेताया है बल्कि खुली चुनौती देते हुए कहा की वह सरकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में केस लड़ेंगे।
सरकार के छूटे पसीने
सुब्रमण्यम स्वामी एक ऐसा चेहरा जिसका नाम सुन अच्छे अच्छे की बोलती बंद हो जाती है और बड़े से बड़ा दिग्गज भी कांपने लगता है। सुब्रमण्यम स्वामी एक ऐसे कद्दावर नेता और वकील है जो कभी भी अपनी सरकार के खिलाफ आवाज उठाने से नहीं कतराए। लेकिन इस बार सुब्रमण्यम स्वामी ने बहुचर्चित विधानसभा बैकडोर भर्ती मामले में न सिर्फ सरकार को घेरा है बल्कि बर्खास्त कर्मचारियों की हक की लड़ाई के लिए दिल्ली से उठकर सीधा उत्तराखंड आ गए है। सुब्रमण्यम ने मामले पर न सिर्फ सरकार को चेताया है बल्कि खुली चुनौती भी दी है की वह सरकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में केस लड़ेंगे और पूर्व में जिस तरह उन्हें 80 %मामलों में विजय हुई है उसी तरह इस मामले में भी सरकार को हराकर रहेंगे। उधर बर्खास्त कर्मचारियों के पक्ष में सुब्रमण्यम स्वामी का आना कहीं न कहीं सरकार के लिए सरदर्द बनता जा रहा है। ऐसे में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी ने मामले में सुब्रमण्यम स्वामी के हस्तक्षेप के बाद उन्हें दो टूक में कहा है की यदि वह बहुत बड़े वकील है तो सुप्रीम कोर्ट में उनका स्वागत है।