Dhami Govt. Dissolved Devsthanam Board : लंबे समय से तीर्थपुरोहितों की देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग के आगे आखिरकार धामी सरकार झुक गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने त्रिवेंद्र सरकार के इस फैसले को पलटते हुए देवस्थानम बोर्ड को भंग करने का बड़ा ऐलान कर दिया है।
Dhami Govt. Dissolved Devsthanam Board : तीर्थपुरोहितों के आगे झुकी सरकार
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव का समय जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे मिशन 2022 का रोमांच दोगुना होता जा रहा। डेट फाइनल होने से पहले सरकार अब जनता के सामने कोई भी गलती करना नहीं चाहती जिनका खामियाजा उन्हें आगामी चुनाव में पड़े। इसलिए सरकार चुनाव को देखते हुए जनता की हर वो खुवाहिश पूरी कर रही जिनकी मांग वह काफी समय से कर रही है। Dhami Govt. Dissolved Devsthanam Board इसी कड़ी में आज धामी सरकार ने बीते 1 साल से देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की तीर्थपुरोहितों की मांग को स्वीकार करते हुए बड़ी घोषणा की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड में देवस्थानम बोर्ड को भंग करते हुए बैकफुट पर आ गई है। वहीं धामी सरकार के इस फैसले का तीर्थपुरोहित भी स्वागत कर रहे है। उन्होंने सीएम धामी की सराहना करते हुए अपनी खुशी जाहिर की।
धामी सरकार ने पलटा त्रिवेंद्र सरकार का फैसला
धामी सरकार के बैकफुट पर आने से ये तो साफ हो गया है कि तीर्थपुरोहितों के बीते कुछ दिनों से आक्रमक रवैये को देखते हुए सरकार की चिंताएं बढ़ गई थी यही वजह है कि सरकार के पास चुनाव से पहले देवस्थानम बोर्ड को भंग करने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं था। बता दें कि 2020 में 15 जून के गजट नोटिफिकेशन के बाद त्रिवेंद्र सरकार में देवस्थानम बोर्ड अस्तित्व में आया था. जिसके अंतर्गत उत्तराखंड के चारों धामों सहित 51 मंदिरों को शामिल किया गया था। जिसके बाद से तीर्थ पुरोहित लगातार इसका विरोध कर रहे थे और बोर्ड को भंग करने की मांग कर रहे थे लेकिन बीते कुछ दिनों में जिस तरीके से पुरोहितों ने अपना आपा खोया उसके आगे सरकार को झुकना ही पड़ा।
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