Politics Heats Up On Religious Statement : उत्तराखंड में चुनाव नजदीक आते ही राज्य में धार्मिक तुष्टीकरण पर सियासत गर्मा गई है। दअरसल कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष अकील अहमद ने राज्य में मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाने की मांग की थी अकील अहमद के इस बयान के बाद बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर हो गई है। बीजेपी ने उनके इस बयान को अपने पेज में शेयर किया है,
इसके जरिये बीजेपी उनके इस बयान को हिन्दू विरोधी बताने की कोशिश कर रही है, वही विवाद बढ़ने के बाद कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष अकील अहमद ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने सिर्फ एक मांग उठाई है,और ना ही राज्य में उनकी सरकार है जबरन मामले को तूल दिया जा रहा है.
वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले में कहा कि कांग्रेस हमेशा से ही तुष्टीकरण की राजनीति करती आई है। एक तरफ कांग्रेस चारधाम की बात कर रही है। तो दूसरी तरफ देवभूमि में कांग्रेस मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाने की पैरवी कर रही है।
Politics Heats Up On Religious Statement : जुम्मे की नमाज की छुट्टी पर भी सियासत गर्म
एक तरफ राज्य में मूस्लिम यूनिवर्सिटी पर सियासत जारी है तो दूसरी तरफ बीजेपी ने राज्य में एक बार फिर जुम्मे की नमाज की छुट्टी पर बवाल खड़ा कर दिया है। दअरसल बीजेपी की ओर से इस संबंध में तत्कालीन हरीश रावत सरकार के कार्यकाल में जारी किए गए आदेश को जारी किया गया है, बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने साल 2016 में जारी किए गए शासनादेश को जारी करते हुए कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत की ओर से 29 दिसंबर 2016 को इस संबंध में शासनादेश जारी किया गया था।
Politics Heats Up On Religious Statement : इस शासनादेश में हरीश सरकार ने नमाज के लिए मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए अल्पअवकाश की व्यवस्था की गई थी। हरीश रावत ऐसे किसी आदेश को सार्वजनिक जारी करने के बाद राजनीति से सन्यास लेने की बात कह रहे थे ऐसे में अब हरीश रावत को अपने इस बयान का अनुपालन करते हुए राजनीति से सन्यास लेना चाहिए कुल मिलाकर चुनाव से पहले उत्तराखंड की राजनीति में एक बार फिर धार्मिक तुष्टीकरण का मुद्दा गर्मा गया है।
Politics Heats Up On Religious Statement : निश्चित ही राजनेताओं के लिए ये किसी सुनहरे मौके से कम नहीं है। शायद यही वजह है कि एकाएक दिग्गज नेता इस मुद्दे को हवा देने में लगे हैं। लेकिन जनता जनार्दन को समझना होगा कि ऐसे बयानों से आपसी भाईचारे को खराब ना होने दे।
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