प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में कल सुबह से रुक-रुककर हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन कुमाऊं क्षेत्र में अत्यधिक भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। गढ़वाल क्षेत्र के कुछ हिस्सों में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है। भारी बारिश और भूस्खलन के कारण राज्य में अभी भी पचास से ज्यादा मोटर मार्ग आवाजाही के लिए बंद हैं, जिन्हें खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। पिथौरागढ़ जिले के तवाघाट में भूस्खलन के कारण आदि कैलाश की ओर जाने वाली सड़क आवाजाही के लिए बाधित हो गई है। बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग चमोली जिले में पागलनाला के पास और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग उत्तराकशी जिले के डाबरकोट में भूस्खलन के चलते आवाजाही के लिए बंद हुए थे। जिन्हे अब यातायात के लिए सुचारू कर दिया गया है। वहीं, चंपावत जिले में देर रात से हल्की से मध्यम बारिश से नदी- नालों का जल स्तर बढ़ गया है, वहीं स्वाला के नज़दीक टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग, पूर्णागिरि मार्ग, रीठा साहिब मार्ग सहित कुछ अन्य जगहों पर मलबा आने से रास्ते बाधित हो रहे हैं। बंद रास्ते खोलने के लिए लोक निर्माण विभाग द्वारा मशीनें लगाई गई हैं। जिलाधिकारी नवनीत पांडे बताया कि मानसून को देखते हुए जिले में तीन बाढ़ चौकियां बनाई गईं हैं। लगातार निगरानी के साथ जिले में 44 संवेदनशील स्थान को चिन्हित किया गया है। यहां सुरक्षाकर्मी और जेसीबी मशीनें तैनात की गई हैं। उन्होंने कहा मलबा आने से बाधित सड़कों की सूचना मिलने पर तत्काल इन्हें खोलने का प्रयास किया जा रहा है ।