Joshimath Landslide Method उत्तराखंड के जोशीमठ में हालात दिनों दिन भयावह होते जा रहे है। शासन से लेकर प्रशासन तक जोशीमठ को बचाने की कवायद में लगा हुआ है। विशेषज्ञों की टीम जोशीमठ के हालातों का सर्वेक्षण करने में लगी हुई है। ऐसे में जोशीमठ में पड़ी दरारों और पहाड़ से गिरने वाले खड़े बोल्डरों को रोकने के लिए जो जुगाड़ किए जा रहे उसे देखकर किसी का भी सर चकरा जाए।
जुगाड़ से कैसे रुकेगा पहाड़
जोशीमठ के लोग पहले ही जहां शहर के हालत को देखकर खौफजदा है तो वहीं प्रशासन की तकनीक ने उन्हें दोहरी टेंशन में डाल दिया है। जिला प्रशासन जोशीमठ कुछ ऐसे उपाय कर रहा है जो न केवल सुर्खियां बना हुआ है बल्कि जिसको देख लोग भी हैरान है की भला इस जुगाड़ से पहाड़ का धसना कैसे रुकेगा। बता दें की जोशीमठ से कुछ तस्वीरें वायरल हो रही है जिसमें प्रशासन ने बड़े बड़े बोल्डरों और पहाड़ को रोकने के लिए लोहे के पाइप का सहारा लिया है। प्रशासन यहीं नहीं रुका और टीम ने रोजाना चौड़ी हो रही दरारों को रोकने के लिए पहले मिट्टी भरी और उसके बाद उसे पॉलीथीन से पूरे क्षेत्र को कवर कर दिया ताकि पानी का प्रभाव उन दरारों पर न जा सके। इन सबके बीच हैरानी की बात ये है की प्रशासन जिस तकनीक का इस्तेमाल कर रहा है उसे इतने विशालकाय पहाड़ और पत्थरों को पाइप से कैसे रोका जा सकता है। वहीं जिस क्षेत्र को प्रशासन ने पन्नी डालकर कवर किया है वहां पर 4 फीट के बड़े गड्ढे हो गए है जो कभी भी खतरा ला सकता है।