Withdraws Decision On Mrityunjay उत्तराखंड शासन एक आदेश को लेकर चर्चाओं में छा गया है। 48 घंटे पहले सरकार ने मृत्युंजय मिश्रा को आयुष निदेशालय में ओएसडी को लेकर जो आदेश जारी किया था उस पर सरकार टिक नहीं सकी और शासन ने आयुर्वेद विवि के पूर्व कुलसचिव मृत्युंजय मिश्रा को आयुर्वेद निदेशालय में ओएसडी बनाने के आदेश को निरस्त कर दिया है।
आदेश किए निरस्त
आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय में विवादों से घिरे मृत्युंजय मिश्रा एक बार फिर शासन और राजनीतिक गलियारों में चर्चा बन गए हैं। मृत्युंजय मिश्रा के आयुष निदेशालय में ओएसडी को लेकर जारी आदेश को लेकर कांग्रेस खिलाफ दिखाई दी तो सरकार को भी मामले को लेकर बैकफुट पर आना पड़ा। इतना ही नहीं 2 दिन पहले ही सरकार ने जिस मृत्युंजय मिश्रा को आयुर्वेद विश्वविद्यालय में ओएसडी बनाया अपने इस फैसले को सरकार को 48 घंटे में वापस लेना पड़ा। शासन ने मृत्युंजय मिश्रा को आयुर्वेद निदेशालय के ओएसडी के आदेश को निरस्त करते हुए आयुष के कार्यालय में संबंद्ध कर दिया। बता दें की लंबे समय से मृत्युंजय मिश्रा आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलसचिव बनी रहे इस दौरान मृत्युंजय मिश्रा विवादों से घिरे विश्वविद्यालयों में कर्मचारियों ने कुलसचिव मृत्युंजय मिश्रा के खिलाफ कार्यप्रणाली को लेकर आंदोलन भी किया तो कई बार बात मुकदमे तक पहुंची। मिश्रा ने भी कर्मचारियों पर मारपीट के आरोप लगाए। मृत्युंजय मिश्रा आय से अधिक संपत्ति को लेकर भी चर्चाओं में रहे और विश्वविद्यालय में बितानी मित्रों पर उनके खिलाफ जांच भी कोई लेकिन उनके खिलाफ कभी कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। विजिलेंस जांच के साथ 2018 में उन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार भी किया गया।