Animals Died In Kedarnath Yatra : जहां एक तरफ इस साल चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों का हुजुम उमड़ने से प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र को नई उड़ान मिली तो वहीं बेजुबान इस भीड़ में कई घूम से दिखाई दिए। इतना ही नहीं बेजुबान का दर्द इस भीड़ में किसी ने नहीं देखा और आलम ये हुआ की यात्रा के दौरान 100 से अधिक जानवरों की मौत हो गई।
Animals Died In Kedarnath Yatra : केदारनाथ यात्रा में 175 घोड़ा-खच्चरों की मौत
कहते है इंसान का अच्छा दोस्त जानवर होता है लेकिन जब मालिक खुद पैसा कमाने में लगे रहे और मासूम जानवर मौत का शिकार होते रहे तो उस रिश्ते को क्या कहा जाएगा। ऐसा ही इन दिनों केदारनाथ यात्रा में देखने को मिल रहा है जहां धाम में 175 घोड़ा—खच्चर अपनी जान गंवा चुके है। हैरानी की बात ये है कि 46 दिनों की केदारनाथ यात्रा में ही घोड़ा—खच्चरों के मालिकों ने 56 करोड़ रूपए की आमदनी की है।
Animals Died In Kedarnath Yatra : बता दें कि इस साल गौरीकुंड से केदारनाथ के लिए कुल 8,516 घोड़ा-खच्चरों का पंजीकरण हुआ था और अब तक 2,68,858 तीर्थयात्री घोड़े—खच्चरों से केदारनाथ शत्रा कर वापस लौटे। इस मौके पर 56 करोड़ का कारोबार हुआ और जिला पंचायत को पंजीकरण शुल्क के रूप में लगभग 29 लाख रूपए प्राप्त किए।
Animals Died In Kedarnath Yatra : इसके बावजूद भी इन बेजुबान जानवरों के लिए न ही पैदल मार्ग की कोई सुविधा थी और न ही गर्म पानी की कोई व्यवस्था। इतना ही नहीं ज्यादा पैसों की होड़ में संचालक जानवरों को दो से तीन चक्कर लगवा रहे थे। वहीं यात्रा में हो रही जानवरों की दुदर्शा को देखकर पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने भी चिंता जताई थी लेकिन किसी पर इसका कोई असर नहीं पड़ा और केदारनाथ यात्रा में बेजुबान जानवर मरते रहे और अपने मालिकों की जेब भर गए।
ये भी पढ़ें : जब उर्फी ने बना डाली बिजली के तारों से ड्रेस, फैंस भी बोले उफ क्या बवाल है