सुप्रसिद्ध बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है। आज बदरीनाथ धाम की शीतकालीन गद्दी स्थल पाण्डुकेश्वर के योग ध्यान मंदिर में पूजा अर्चना और भोग लगने के बाद तेल कलश गाडू घड़ा को नरेंद्र नगर के लिए रवाना किया गया। योग ध्यान मंदिर पांडुकेश्वर में पूजा-अर्चना के बाद दोपहर तेल कलश नृसिंह मंदिर जोशीमठ पहुंचा। दिन के भोग के बाद गाडू घड़ा आज देर शाम श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर डिम्मर पहुंचेगा । रात्रि विश्राम के बाद कल 1 फरवरी शनिवार को तेल कलश गाडू घड़ा डिमर मंदिर से ऋषिकेश पहुंचेगा। वहीं प्रात: 2 फरवरी को ऋषिकेश से प्रस्थान कर गाडूघड़ा तेल कलश डिमरी पंचायत द्वारा राजमहल नरेंद्र नगर के सुपुर्द किया जायेगा। आपको बता दें कि बसंत पंचमी के दिन राजमहल में राज पुरोहित और राजा टिहरी की अगुवाई में बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तय तिथि निकाली जाएगी। साथ ही राजमहल से तिलों के तेल पिरोने की तिथि की घोषणा भी की जाएगी।