Cm Dhami Challenges उत्तराखंड में धामी सरकार 2.0 को 1 साल पूरे हो चुके हैं। इस एक साल में पुष्कर सिंह धामी ने अपनी धाकड़ बल्लेबाजी से एक के बाद एक बड़े फैसले लेकर जनता का दिल जीता तो वहीं कुछ फैसले उनके लिए चुनौतीपूर्ण भी साबित हुए। लेकिन भाजपा सरकार के लिए अग्नि परीक्षा अगले साल से शुरू होने जा रही है।
खूब लूटी वाहवाही
धामी सरकार ने अपने 1 साल के दौरान महिलाओं को क्षैतिज आरक्षण देने के लिए कानून बनाना, समान नागरिक संहिता का मसौदा तैयार करना, नकल विरोधी कानून और धर्मांतरण कानून बनाने जैसे कई बड़े फैसले लेकर न सिर्फ खूब वाहवाही लूटी बल्कि यह भी साबित कर दिया कि वे भले ही उत्तराखंड के युवा मुख्यमंत्री हो लेकिन उनका विशाल दिमाग और दृढ़ संकल्प अच्छे-अच्छे को मात दे सकता है लेकिन अब आने वाला साल धामी सरकार के लिए बेहद पहाड़ जैसे होगा। सरकार के सामने ऐसी कई चुनौतियां होंगी जिनसे पार पाना बेहद जरूरी और चुनौतीपूर्ण होगा।
चुनौतियों की लकीरें
जी-20 बैठकों का सफल आयोजन कराना
लोकसभा चुनाव बना चुनौती
चार धाम यात्रा का सफल संचालन कराना
राज्य के आर्थिक हालातों को सुधारना
पंचायत और निकाय चुनाव में जीत दर्ज करना
केंद्र की उम्मीदों पर खरा उतरना
दायित्व का बंटवारा और कैबिनेट विस्तार
सशक्त उत्तराखंड का लक्ष्य
सरकार और संगठन समन्वय बनाना
आपदाओं में बेहतर व्यवस्था करना
वनाग्नि की घटनाओं पर काबू पाना दबाव