. राजधानी के गुलाब की खुशबू पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, मेरठ, मुजफ्फरनगर से लेकर दिल्ली एनसीआर तक महक रही है गुलाब की खेती करने वाले किसानों को इससे अच्छा मुनाफा हो रहा है गुलाब के फूलों की मांग वर्ष भर बनी रहती है देहरादून के किसान आधुनिक तरीके से व्यवसायिक खेती की ओर तेजी से कदम बढ़ा रहे हैं गन्ना, धान, बासमती, मक्का व अन्य फसलों के साथ ही अब फूलों की खेती कर रहे हैं उद्यान विभाग के मुताबिक दून में पॉलीहाउस में 7 से 8 हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल में गुलाब की खेती हो रही है जबकि अधिकतर किसान साधारण तरीके से फूलों की खेती कर रहे हैं सफेद, गुलाबी, पीले और लाल किस्म के फूलों की खेती बहुतायत में किसान कर रहे हैं बाजार में अच्छी मांग होने के चलते साल दर साल इसके क्षेत्रफल में इजाफा हो रहा है अधिकारियों ने बताया कि गुलाब की खेती करने वाले किसानों को विभाग की ओर से प्रशिक्षण और 508, 1000 वर्ग मीटर के पॉलीहाउस पर अनुदान दिया जा रहा है अनुदान की यह राशि 1.50 लाख रुपए से शुरू होकर पॉलीहाउस के क्षेत्रफल के आधार पर अलग-अलग है मुख्य उद्यान अधिकारी ने बताया कि गुलाब की खेती की और राजधानी के किसानों का आकर्षण तेजी से बढ़ रहा है विभाग की ओर से भी किसानों की हर संभव मदद की जा रही है।