राज्य से पलायन रोकने और स्थानीय संसाधनों से आजीविका मज़बूत करने में विश्वविद्यालय महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। राज्यपाल गुरमीत सिंह ने शुक्रवार को राजभवन में निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ बैठक में इस संबंध में शोध को बढ़ावा देने को कहा। उन्होंने कहा कि मिलेट्स, शहद उत्पादन, होमस्टे और स्वयं सहायता समूहों को मज़बूत बनाकर पलायन रोकने के लिए, शोध और अनुसंधान के ज़रिये विश्वविद्यालय सहयोग करें। राज्यपाल ने कहा कि, विश्वविद्यालयों को एक दूसरे के ‘प्रतिस्पर्धी’ होने के बजाय एक दूसरे की उपलब्धियों से प्रेरणा लेने की जरूरत है। राज्यपाल ने कहा कि, बदलते समय में विश्वविद्यालयों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मेटा और ‘क्वांटम’ जैसी आधुनिक तकनीक को अपनाकर इसमे शोध और अनुसंधान को बढ़ावा देना होगा। बैठक में निजी विश्वविद्यालयों को एक प्लेटफार्म पर लाने के लिए बनाए गए डैशबोर्ड ‘‘यूनि सारांश’’ के संबंध में प्रस्तुतीकरण दिया गया। इस डैशबोर्ड में राज्य के सभी निजी विश्वविद्यालयों को शामिल किया गया है। जिसमें विश्वविद्यालयों की उपलब्धियां, बेस्ट प्रैक्टिसेज, शैक्षणिक उत्कृष्टता, प्लेसमेंट, नवाचार और अनुसंधान, पेटेंट जैसी जानकारी उपलब्ध रहेगी।
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