Illegal Mining In Uttarakhand : उत्तराखंड में अवैध खनन का मामला अब सियासी अखाड़ा बनता हुआ नज़र आ रहा है। जहां एक तरफ विपक्ष सरकार पर अवैध खनन को प्रोत्साहन देने का आरोप लगा रही है तो वहीं सरकार विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए उनके कार्यकाल के किस्से याद दिला रहा है।
Illegal Mining In Uttarakhand : आमने-सामने दो धुरंधर
राजनीति में कोई किसी का सगा नहीं होता ये बात उत्तराखंड के इन नेताओं में सटीक बैठती है। जिनको कम ही बार एक दूसरे का समर्थन करते हुए देखा गया हो। ये अक्सर एक दूसरे के ऊपर तलवार ताने हुए दिखाई देते है। दरअसल उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत कोई मौका नहीं छोड़ते एक दूसरे पर तंज कसने का, अक्सर ये दोनों ही राजनीति के पक्के खिलाड़ी है जो हमेशा एक-दूसरे पर तलवार ताने खड़े रहते है। तो वहीं एक बार फिर इन दोनों दिग्गजों में वॉर छिड़ गई है। बता दें कि मंत्री हरक सिंह रावत ने हरीश रावत के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उन बयानों पर सरकार का बचाव किया है जिसपर हरीश रावत ने सरकार को अवैध खनन प्रेमी बताया था।
Illegal Mining In Uttarakhand : हरक ने साधा हरदा पर निशाना
उत्तराखंड में अवैध खनन का मामला लगता तूल पकड़ता जा रहा है। विपक्ष लगातार अवैध खनन में खिलाफ सरकार पर हमलावर हो रही है तो वहीं अब कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उनपर अपनी वाणी से जमकर प्रहार किया। हरक सिंह रावत ने हरीश रावत के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि जिनके घर शीशे के होते है वो दूसरों के घरों में पत्थर नहीं मारे तो अच्छा रहेगा। हरक सिंह यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि प्रदेश में 20 सालों में सबसे ज्यादा अवैध खनन और अवैध शराब दिखाने वाली सरकार हरीश रावत की ही थी ऐसे में उनका विरोध करना उन्हें शोभा नहीं देता। उन्होंने कहा कि अगर हरीश रावत ज्यादा विरोध करेंगे तो और भी कई मामले खुल सकते हैं जो उनके लिए ठीक नहीं रहेगा।
Illegal Mining In Uttarakhand
हरदा ने उत्तराखंड सरकार पर लगाया ये आरोप
उत्तराखंड विधानसभा सत्र के तीसरे दिन पूर्व सीएम हरीश रावत स्कूटी पर सवार होकर विधानसभा के बाहर धरने पर बैठे। इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार पर अवैध खनन को प्रोत्साहन देने का आरोप लगाया था।
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