Joshimath Landslide Side Effects : पर्यटन स्थल का हब माने जाने वाले उत्तराखंड में इन दिनों भू धंसाव के काले बादल मंडरा रहे है। जिस प्रदेश की खूबसूरत वादियां, पहाड़, नदियां और धार्मिक स्थलों को देखने के लोग कायल हुआ करते थे आज उन्हीं नजारों को देखने से लोग घबरा रहे है। जोशीमठ में लगातार हो रहे भू धंसाव ने पर्यटन व्यवसाय को ऐसी चोट दे डाली है की पर्यटक अब प्रदेश में आने से भी कतराने लगे है।
Joshimath Landslide Side Effects : व्यवसाई नाराज
जब-जब उत्तराखंड पर्यटन व्यवसाय के मामले में पटरी पर लौटता है तब तब प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा पर्यटन कारोबार की कमर तोड़ देती है। देखा जाए तो यह उत्तराखंड का दुर्भाग्य है कि एक आपदा के जख्म कम नहीं होते कि तब तक दूसरा झटका लोगों की परेशानियों को बढ़ा देता है। ऐसा ही कुछ इन दिनों जोशीमठ आपदा के बाद प्रदेश के हालातों में देखने को मिल रहा है। जहां स्नो सीजन के दौरान उत्तराखंड में हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक स्थलों पर पहुंचते थे लेकिन इस बार जोशीमठ में हो रहे भू धंसाव के चलते एक बार फिर से पर्यटक पहाड़ की ओर काम चढ़ते हुए दिखाई दे रहे है।
Joshimath Landslide Side Effects : आलम ये है कि जिस औली, मसूरी, जोशीमठ, नैनीताल समेत कई हिल स्टेशनों पर भारी तादाद में पर्यटकों की आमद पहुंचती थी ऐसे में इस साल सभी पर्यटन नगरी सूनी पड़ी हुई है। इतना ही नहीं लोग जोशीमठ के हालातों को देखते हुए प्रदेश में आने से भी डरने लगे हैं और बुकिंग करवा रहे है। पर्यटन से जुड़े व्यापारियों का कहना है कि जोशीमठ के हालातों के पास पर्यटन व्यवसाय पर गहरा प्रभाव पड़ा है और अब लोग खतरे को देखते हुए अपनी तमाम बुकिंग को कैंसल कर रहे है।