National Statistical Office Survey : देश में जहां एक तरफ महंगाई आसमान छू रही है तो वहीं दूसरी तरफ बढ़ती बेरागारों की संख्या ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। उत्तराखंड में तो हालात इतने बुरे है कि सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद भी बेरोजगारी दर न ही कम होती हुई दिखाई दे रही है और न ही सरकार पहाड़ी जिलों से पलायन रोकने में कामयाब हो पा रही है। ऐसे में NOS के ताजा आंकड़ों के अनुसार सभी आयु वर्ग के शहरी युवाओं की बेरोजगारी में उत्तराखंड देश में छठे पायदन पर पहुंच गया है।
National Statistical Office Survey : 6 वें स्थान पर उत्तराखंड
सूबे में बेरोजगारी कम होने का नाम नहीं ले रही है। प्रदेश में बेरोगारी आए दिन बढ़ती जा रही है जिसके चलते कई लोगों को अपनी जान भी गवानी पड़ रही है। इस बीच NOS ने ताजा आंकड़ें जारी कर सभी को चौंका दिया है। केंद्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के राष्ट्रीय सांख्यकीय कार्यालय के मुताबिक सभी आयु वर्ग के शहरी युवाओं की बेरोजगारी में उत्तराखंड देश में छठे स्थान पर पहुंच गया है।
National Statistical Office Survey : आंकड़ों का कहना है कि प्रदेश में 11.9 प्रतिशत शहरी युवा बेरोजगार हैं जो देश में बेरोजगारी दर से 3.9 प्रतिशत अधिक है हालांकि राहत की बात ये है कि पिछले साल की मुकाबले में इस साल राज्य में शहरी बेरोजगारी दर कम हुई है। बता दें कि सर्वे बताते है कि जनवरी से मार्च 2021 में राज्य में शहरी बेरोजगारी दर 14.3 प्रतिशत थी जो अप्रैल से जून 2021 में बढ़कर 17 प्रतिशत तक पहुंच गई। जबकि जुलाई से सितंबर 2021 तक 17.4 हो और अक्तूबर से दिसंबर 2021 में घटकर 15.5 प्रतिशत पहुंची। उधर जनवरी 2022 से मार्च 2022 में इसमें थोड़ी गिरावट आते हुए अब ये 11.9 प्रतिशत हो गई है।
National Statistical Office Survey : शहरी युवाओं में बेरोजगारी के मामले में कौन आगे
15.6 प्रतिशत बेरोजगारी दर के साथ पहले स्थान पर जम्मू—कश्मीर
हरियाणा 13.5 प्रतिशत के साथ दूसरे पायदन में
केरल 13.2 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर पहुंचा
12.9 प्रतिशत के साथ चौथे स्थान पर राजस्थान
उड़ीसा 12.7 प्रतिशत के साथ पांचवें में
उत्तराखंड 11.9 प्रतिशत के साथ छठे स्थान पर पहुंचा
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