Politics Of Defection : भारतीय जनता पार्टी के पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य के घर वापसी के बाद राजनीति में काफी हलचल देखने को मिल रही है। एक तरफ कांग्रेस जश्न में डूबी हुई है तो दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी को बढ़ा सदमा लगा हुआ है। सूबे के मुख्यमंत्री से सवाल करने पर मुख्यमंत्री गुस्से से तिलमिला रहे हैं। कैमरे के सामने भड़कते दिखाई दिए हैं।
Politics Of Defection : यशपाल आर्य बीजेपी से चल रहे थे नाराज
लंबे समय से सूबे के पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य बीजीपी से नाराज़ चल रहे थे जिसको लेकर एक बार अचानक सूबे के सीएम पुष्कर सिंह धामी यशपाल आर्य के घर पर चाय पर पहुंच गए और यशपाल को मनाने की कोशिश भी की थी लेकिन यशपाल की मन की बाद नही होने के चलते कांग्रेस में वापसी होने का मन बनाया और कांग्रेस में बापसी कर ली। जिससे उत्तराखंड की राजनीति सरगर्मियां तेजी से बढ़ गई एक तरफ कांग्रेस यशपाल आर्य के आने से जश्न में डूब गई तो वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी को बड़ा सदमा लगा। उत्तराखंड में सभी राजनीतिक पार्टियां यशपाल आदि के घर वापसी के अपने-अपने समीकरण बिठा दी हुई दिखाई दे रही है तो वहीं यशपाल आर्य का कहना है कि बीजेपी में उनको घुटन महसूस हो रही थी।
यशपाल आर्य की घर वापसी से कांग्रेस में जश्न
Politics Of Defection : वहीं दूसरी ओर यशपाल आर्य के भाजपा छोड़ने पर कांग्रेस कांग्रेस का जश्न ओर कांग्रेस ने भी यशपाल आदि की घर वापसी पर स्वागत कर के अपनी मजबूती का बिगुल बजा दिया। तो वही सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी की भी बौखलाहट सामने आने लगी। जब सूबे ले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी किच्छा विधानसभा में एक दिवसीय दौरे पर थे ।
Politics Of Defection : किच्छा विधायक राजेश शुक्ला के 53वें जन्मदिन और नागरिक अभिनन्दन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। जब पत्रकारो ने यक्षपाल आर्य के द्वारा जब सवाल किया तब सीएम पुष्कर सिंह धामी पत्रकार पर ही भड़कते नज़र आये उन्होंने कहा कि आपको दिखाई नही दे रहा कि हम विकास के काम कर रहें हैं और सभी का सम्मान कर रहें हैं हमने उनका बहुत सम्मान किया है और जिसको जहां जाना है जाए हम अपने विकास के काम मे लगे हुए हैं।
Politics Of Defection : चुनाव आते ही प्रदेश की राजनीति में शुरू होती दल बदलू की राजनीति
उत्तराखंड की राजनीति में तोड़ मरोड़ की राजनीति तो एक परंपरा बन चुका है। लेकिन यशपाल आदि की घर वापसी से बौखलाई भाजपा और हुंकार भरती कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कोई सिग्नल देती हुई दिखाई दे रही है। ये तो आने वाला विधानसभा चुनाव ही बतायेगा। यशपाल आर्य की घर वापसी कांग्रेस के लिए वरदान साबित होती है।और भाजपा को कितना नुकसान पहुंचाती है।
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