राहुल गांधी के अमेरिका में दिए बयान पर छिड़ी सियासी जंग। एक तरफ जहां आरक्षण के बयान पर हो रहा है बवाल तो दूसरी तरफ सिख समुदाय पर की गई टिप्पणी का बीजेपी कर रही पुरजोर विरोध
राहुल गांधी का अमेरिका का दौरा इस वक्त चर्चा का विषय बना हुआ है क्योंकि नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद पहली बार वो विदेश के दौरे पर गए है उनके बयान को आगामी कुछ दिनों में हरियाणा और जम्मू कश्मीर के चुनाव में चुनावी स्टंट के रूप में देखा जा रहा है।
दरअसल राहुल गांधी इस वक्त अपने अमेरिका दौरे पर है जहां उन्होंने आरक्षण , सिख समुदाय और आरएसएस पर तीखी टिप्पणी की है राहुल गांधी ने कहा कि वह जिस लड़ाई में शामिल है उसमे सिखों को भारत में पगड़ी और कड़ा पहनने की इजाजत देने की मांग शामिल है।
साथ ही उन्होंने आरएसएस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि आरएसएस के विचारो में तमिल , मराठी,बंगाली, और मणिपुर जैसी भाषाओं को कमतर माना जाता है हर राज्य का अपना इतिहास और परंपरा होती है।जिसकी उपेक्षा आरएसएस करती है।
राहुल गांधी की विदेश यात्रा विवाद।
दरअसल मई 2022 में ब्रिटेन दौरे के दौरान उन्होंने CBI और ED का हवाला देते हुए भारत सरकार की तुलना पाकिस्तान से की थी. वहीं दिसंबर 2020 में वह इटली दौरे पर गए थे, जब कांग्रेस का स्थापना दिवस मनाया जा रहा था, लेकिन वह शामिल नहीं हुए और इस पर भी विवाद हुआ. कुछ महीने बाद पंजाब, गोवा, उत्तराखंड, मणिपुर और UP में चुनाव हुए. इसमें कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा।
दिसंबर 2019 में CAA के विरोध के दौरान राहुल गांधी दक्षिण कोरिया गए थे. उनकी इस यात्रा को लेकर कई कांग्रेसी नेताओं ने भी सवाल उठाए थे।
अक्टूबर 2019 में, हरियाणा और महाराष्ट्र चुनाव से केवल 15 दिन पहले, कंबोडिया चले गए थे. BJP ने तब कहा कि वह पर्सनल टूर पर बैंकॉक गए हैं. हालांकि, कांग्रेस ने इसका खंडन करते हुए बताया था कि वह मेडिटेशन के लिए गए हैं।
अब बीजेपी राहुल गांधी के दिए बयान का कड़ा विरोध कर रही है बीजेपी के नेताओं के बयान को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने कहा भाजपा के मंत्रियों और नेताओं को राहुल फोबिया हो गया है वो इस फोबिया से ग्रस्त है।
हरीश रावत के बयान पर पलटवार करते हुए बीजेपी के राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने कहा की हरीश रावत जी चाहते क्या है राहुल गांधी विदेश में जाकर भारत की जीवन पद्धति भारत के समाज को अपमानित करते रहे तो उसका कोई विरोध नहीं करेगा ।
अगर उसकी स्तुति करनी है तो उसके लिए हरीश रावत जी है लेकिन जिसको राहुल गांधी का बयान देश विरोधी लगेगा वो इसका विरोध करेंगे।