Tuini Fire Incident विकासनगर के त्यूनी अग्निकांड की घटना ने सबको झकझोर दिया है। भयानक अग्निकांड में आग की लपटों में फंसे 4 मासूमों ने चीखते चीखते अपनी जान गंवा दी। इस भीषण अग्निकांड में सिस्टम और आपदा राहत तंत्र की लापरवाही देखने को मिली। ऐसे में घटना से नाराज स्थानीय विधायक प्रीतम सिंह और गुस्साए लोगों ने सड़क जाम कर शासन और प्रशासन पर अपना आक्रोश जताया।
फायरब्रिगेड में पानी खत्म
त्यूनी में हुए भीषण अग्निकांड से प्रदेश में गम का माहोल है। सिस्टम चाहे कितने ही दावे क्यों न कर ले लेकिन हकीकत यही है की चार जिंदा बच्चियां आग की लपटों में चिल्लाती रही और घर में धमाके होते रहे लेकिन पानी और बचाव कार्य की व्यवस्था न होने की वजह से आज उन बच्चियों की हड्डियां भी मुश्किल हो गई है। बता दें की 6 अप्रैल को दो मंजिला मकान में गैस सिलेंडर ब्लास्ट हो गया। जब तक आसपास के लोग समझ पाते तब तक आग की लपटों ने रौद्र रूप ले लिया। घटना के बाद फायरब्रिगेड को सूचना दी गई जब फायरब्रिगेड घटनास्थल पर पहुंची और आग को बुझाने का प्रयास किया गया लेकिन चांद मिनटों में ही फायरब्रिगेड का पानी खत्म हो गया। ऐसे में हैरानी की बात ये है की जिस जगह पर घटना हुई उसके ठीक नीचे नदी बहती है लेकिन फायरब्रिगेड 1 घंटे बाद पहुंची लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। इस अग्निकांड में आग बुझाने के लिए पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश से फायर ब्रिगेड को बुलवाना पड़ा। उधर मामले में सीएम धामी ने मृतक के परिवार को दो-दो लाख रुपए सहायता राशि देने की घोषणा की तो वहीं फायर केंद्र के नोडल समेत 4 कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।