Uttarakhand Flood Update : उत्तराखंड में भले ही मानसून की वापसी हो गई हो लेकिन 2,3 दिनों से लगातार हो रही बेमौसम बारिश प्रदेश के लिए काल बनकर बरस रही है। भारी बारिश के चलते जगह-जगह चट्टानें खिसक रही है, भूस्खलन व मलबा कहर भरपा रहा है। स्थिति इतनी भयावह है कि प्रदेश में अब तक 37 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कुछ लोगों के लापता होने की सूचना है। उधर सीएम धामी ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर प्रभावितों को हर संभव मदद देते हुए मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपए देने की घोषणा की है।
Uttarakhand Flood Update : नैनीताल में बारिश का तांडव
बीते 48 घंटों से पूरे उत्तराखंड सहित नैनीताल में हो रही मूसलाधार बारिश ने लोगोें का जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। नैनीताल के रामगढ़ में अतिवर्ष्टि मकान की दीवार ढहने से 6 लोग मलबे में दब गए। सूचना पर मौके पर पहुची पुलिस टीम ने रेस्क्यू कर मलुवे से 1 मजदूर को सकुशल बाहर निकाल लिया। जबकि 5 लोगों की मलुवे में दबकर मौत हो गई। रेस्क्यू टीम ने 5 लोगों के शव बाहर निकलकर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए है। जानकारी के अनुसार मरने वालो में दो अयोध्या यूपी और 3 मजदूर बिहार के बताए जा रहे है। एक भारी बारिश से हुए भूस्खलन से नैनीताल का संपर्क मार्ग भी कट गया।
Uttarakhand Flood Update
चमोली में भरभराकर गिरा मकान
प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के चलते देखते ही देखते थराली के सिमलसैंण में एक मकान जमींदोज हो गया। प्रशासन ने क्षतिग्रस्त मकान के आसपास के मकानों को भी एहतियात बरते हुए खाली कराया साथ ही सभी से सावधानी बरतने की भी अपील की। उधर पिथौरागढ़, नैनीताल समेत कई जिलों का मुख्य मार्गों से संपर्क टूट गया।
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खतरे के निशान से ऊपर गंगा
मौसम विभाग के चेतावनी के बाद हुई पहाड़ों पर भारी बारिश के चलते हरिद्वार में गंगा का जलस्तर बढ़ गया है और हरिद्वार में गंगा सुबह से खतरे के निशान 294 मीटर से ऊपर बह रही है वर्तमान में गंगा का जलस्तर 294.35 मीटर है जबकि गंगा का खतरे का निशान 294 मीटर है। गंगा के खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने से जिला प्रशासन और सिंचाई विभाग अलर्ट पर है ,सिंचाई विभाग उत्तर प्रदेश के अधिकारी खुद भीमगोडा बैराज पर रहकर स्थिति पर निगाह बनाये हुए है।
टापू में फंसे लोग
गंगा नदी का जलस्तर अचानक बढ़ जाने से रायवाला के समीप गंगा के टापू में 25 व्यक्ति फंस गए। इनका अस्थायी रूप से बनाया गया डेरा नदी के बहाव की चपेट में आ गया। यह सभी वन गुर्जरों हैं और उत्तरकाशी से रायवाला आए थे। इनको हरिद्वार जाना था। मंगलवार सुबह कंट्रोल रूम के माध्यम से मिली सूचना पर रायवाला पुलिस व एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू शुरू किया। टीम बोट की मदद से फंसे हुए व्यक्तियों तक पहुंची और उनको सकुशल बाहर निकाला। रायवाला के थानाध्यक्ष भुवन चंद्र पुजारी ने बताया कि वन गुर्जरों के चार डेरे से सम्बंधित यह लोग उत्तरकाशी से रायवाला आए थे और रात को गंगा पार डेरा बनाकर रुके थे, जिसमें 13 बच्चों सहित 25 लोग हैं। सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया है। उन्होंने बताया कि रविवार और सोमवार को हुई बारिश से गंगा का जलस्तर बढ़ गया है। खतरे को देखते हुए गंगा तटवर्ती क्षेत्र के नागरिकों को गंगा किनारे न जाने के लिए सूचित किया गया है। ग्राम प्रधानों को भी सूचना प्रसारित करने के लिए कहा गया है। वहीं डेरे में शामिल वन गुर्जर गुलाम रसूल ने बताया कि उनकी दो भैंसे नदी के बहाव में बह कर लापता हुई हैं।