Development Danger To Himalaya उत्तराखंड में अनियोजित विकास पहाड़ के अस्तित्व के लिए बड़ा खतरा है। पहाड़ में चल रही परियोजनाएं हिमालय की भौगोलिक संरचना को बिगाड़ रही है और प्रदेश को रेड साइन दे रही है। ऐसे में जोशीमठ संघर्ष समिति ने सांकेतिक प्रदर्शन कर सरकार को पहाड़ के बारे में सोचने को कहा है।
सरकार दे ध्यान
कहा जाता है विकास होना जरूरी है लेकिन जब वही विकास आपको तकलीफ दे तो उस विकास पर लगाम लगाना भी जरूरी हो जाता है। ऐसे में बेतहाशा होता पहाड़ों में विकास पहाड़ के लिए घातक साबित होता हुआ नजर आ रहा है। पहाड़ी इलाकों में बेतरतीब विकास पर जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति ने चिंता जाहिर की है। जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक अतुल सती ने का कहना है कि उत्तराखंड में तेजी से हो रहा अन्योजित विकास पहाड़ों की संरचना और हिमालय क्षेत्रों के लिए बेहद खतरनाक है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि पहाड़ की स्थिति लगातार बदहाल होती जा रही है जिसकी तरफ सरकार का ध्यान नहीं है। उन्होंने कहा कि पहाड़ों में क्षमता से ज्यादा बड़ी बन रही जल विद्युत परियोजनाएं, सड़कों का चौड़ीकरण, रेलवे लाइन का निर्माण समेत अंधाधुंध हो रहे पेड़ों के कटान से पहाड़ लगातार जमींदोज हो रहे हैं जो खतरे का अलर्ट दे रहे है। उन्होंने कहा कि सरकार को पहाड़ों में अनियोजित विकास पर रोक लगानी चाहिए क्योंकि जोशीमठ भी विकास का खामियाजा भुगत रहा है और हालत यह है कि जोशीमठ नगर भू धंसाव के चलते लगातार धंस रहा है।