38वें राष्ट्रीय खेलों के माध्यम से देश में पहली बार गो ग्रीन पहल को अपनाकर 100% rPET बोतलों का उपयोग किया जा रहा है। अब तक केवल ओलंपिक स्तर पर अपनाई गई इस पहल को राष्ट्रीय खेलों में लागू करते हुए पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य खेल आयोजनों को अधिक सस्टेनेबल बनाना और प्लास्टिक कचरे को न्यूनतम करना है।
मिशन ज़ीरो प्लास्टिक बॉटल वेस्ट’ के तहत पूरे आयोजन में 100% rPET बोतलों का उपयोग किया जा रहा है। प्रमुख स्थानों पर कांच की बोतलों को प्राथमिकता दी गई है और खेलों के दौरान एकत्र किए गए प्लास्टिक कचरे का उपयोग बैंच निर्माण में किया जाएगा। साथ ही बॉटल क्रशर मशीनें लगाकर प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन को और प्रभावी बनाया गया है।
9,000 से अधिक एथलीट और 20,000 से अधिक सहयोगी स्टाफ इस अभियान का हिस्सा बने हैं, जिन्होंने पर्यावरण-अनुकूल पानी की बोतलों के उपयोग की शपथ ली है। यह पहली बार है जब किसी राष्ट्रीय आयोजन में इतने व्यापक स्तर पर अभियान शुरू किया गया है।
यह पहल न केवल राष्ट्रीय खेल के लिए बल्कि पूरे भारत के लिए एक मिसाल है। यह कदम भविष्य में अन्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय आयोजनों के लिए प्रेरणा बनेगा और पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।