First Liquid Mirror Telescope : बेल्जियम, कनाडा और भारत के सहयोग से लगभग 50 करोड़ की लागत से बनायी गई मर्करी से बनी 4 मीटर व्यास की विश्व की पहली लिक्विड मिरर दूरबीन देवस्थल में स्थापित की गई है। 50 लीटर मर्करी से बनी अंतर्राष्ट्रीय लिक्विड मिरर टेलीस्कोप (आईएलएमटी) के चालू होने से ब्रह्मांड को देखा जा सकता है।
First Liquid Mirror Telescope : 4 मीटर व्यास वाला घूर्णन दर्पण लगाया गया
इस नए उपकरण में प्रकाश को इकट्ठा करने और फोकस करने के लिए तरल पारा की एक पतली फिल्म से बना 4 मीटर व्यास वाला घूर्णन दर्पण लगाया गया है। टेलिस्कोप की मदद से ब्रह्मांड में हर रात ऊपर से गुजरने वाले आकाश की पट्टी का सर्वेक्षण करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे क्षणिक या परिवर्तनशील वस्तुओं जैसे सुपरनोवा, गुरुत्वाकर्षण लेंस, अंतरिक्ष मलबे, क्षुद्रग्रह आदि की पहचान करने में वैज्ञानिकों को मदद मिल सकेगी।
First Liquid Mirror Telescope : बे निदेशक प्रो दीपांकर बनर्जी ने बताया आईएलएमटी पहला तरल-दर्पण दूरबीन है जिसे विशेष रूप से एआरआईईएस के देवस्थल वेधशाला में स्थापित खगोलीय अवलोकन के लिए डिज़ाइन किया गया है। जो ब्रह्मांड मे होने वाली खगोलीय घटनाओं के साथ ही नई जानकारियां जुटाने में मददगार साबित होगी।
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