देश आज जहां आजादी की 78 वीं वर्षगांठ हर्ष उल्लास के साथ मना रहा है तो वहीं देवभूमि उत्तराखंड के लिए आज का दिन गमहीन रहा। राज्य ने अपने वीर सपूत कैप्टन दीपक सिंह को खोते हुए सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई देते हुए हरिद्वार में उनका अंतिम संस्कार किया। तिरंगे में लिपटे वीर को देख हर किसी की आंख नम थी और शहीद की अंतिम यात्रा में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।
जम्मू के डोडा में शहीद हुए कैप्टन दीपक सिंह का पार्थिव शरीर गुरुवार शाम को हरिद्वार के खड़खड़ी श्मशान घाट लाया गया, जहां उन्हें पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
इस मौके पर राज्य सरकार की ओर से कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने शहीद कैप्टन दीपक सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। राजधानी देहरादून के कुआंवाला से लाए गए शहीद के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में समाजसेवी, आला अधिकारी और स्थानीय लोग भी उपस्थित थे।
पूरे वैदिक मंत्रोच्चार के बीच शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा, “उत्तराखंड के लिए यह गौरव की बात है कि यहां से देश की सेना में 75 प्रतिशत जवान भेजे जाते हैं। यह देवभूमि की वीरता और देशभक्ति का प्रतीक है।” शहीद कैप्टन दीपक सिंह की वीरता और बलिदान ने एक बार फिर उत्तराखंड की माटी को गौरवान्वित किया है। उनका यह बलिदान सदैव याद रखा जाएगा।