बच्चों के सर्वागीण विकास के लिए पठन-पाठन के साथ खेल गतिविधि भी आवश्यक है इसी को ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग के अंतर्गत एक प्रोजेक्ट उत्कर्ष शुरू किया गया है जिसमें मुख्य शिक्षा अधिकारी एवं समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारियों को स्मार्ट स्कूल बनाने की दिशा में प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए हैं आगे जिलाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक विद्यालय में फर्नीचर उपलब्ध कराया जाए कोई भी बच्चा जमीन पर न बैठें यह सुनिश्चित कर लिया जाए। सभी स्कूलों में टीवी लगाई जाए सभी कक्षाओं में वाईट बोर्ड होने चाहिए, छोटे बच्चों के लिए विद्यालय मैं झूले, स्लाईड, जैसे खेलने का साधन होना चाहिए कक्षाएं स्मार्ट होनी चाहिए, साथ ही साथ स्कूलों का सौन्दर्यीकरण भी किया जाएगा और कक्षाओं को पेंटिंग के माध्यम से आकर्षक बनाया जाएगा।