Ganga Dussehra 2022 : आज गंगा दशहरा का महास्नान पर्व धर्मनगरी हरिद्वार में आस्था का सैलाब उमड़ा रहा है। लाखों श्रद्धालु हर की पैड़ी पहुंच गंगा में डुबकी लगा रहे है तो वहीं सुबह 10 बजे तक 16 लाख 30 हजार श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी भी लगा चुके है। उधर प्रशासन की ओर से सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
500 से अधिक पुलिसकर्मी और अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था में लगे हुए हैं। आतंकी संगठन अलकायदा की धमकी को लेकर प्रशासन खास सतर्कता बरत रहा है। इसलिए पुलिस टीम के अलावा एटीएस, बम स्क्वायड डॉग स्क्वायड को भी मेला क्षेत्र में तैनात किया गया है।
Ganga Dussehra 2022 : ये है मान्यता
आज देश के साथ—साथ देवभूमि उत्तराखंड भी आस्था के रंग में पूरी तरह रंगमय हुआ है। गंगा दशहरा महास्नान के खास मौके पर भारत के कोने—कोने से आए भक्त हरिद्वार में गंगा में आस्था की डुबकी लगाकार अपने पापों से मुक्ति पा रहे है। मान्यता है कि इस दिन गंगा में स्नान करने से पापों का निवारण होने के साथ ही पुण्य मिलने और मोक्ष की प्राप्ति भी होती है।
Ganga Dussehra 2022 : कहा जाता है कि राजा सगर के पुत्रों का उद्धार करने के लिए राजा भगीरथ ने हजारों सालों तपस्या करके गंगा को स्वर्ग लोक से धरती पर लाए थे और इतना ही नहीं आज ही के दिन भगीरथ के प्रयास से गंगा शिव की जटाओं से होती हुई धरती पर आने के बाद ब्रह्मकुंड पर पहुंची थी उस समय उन्होंने भगीरथ के पुरखों का उद्धार किया था। मान्यता है कि जब गंगा धरती पर अवतरित हुई थी तब 10 तरह के ग्रह योग थे इसीलिए गंगा दशहरा को दस तरह के पापों को दूर करने वाला भी कहा जाता है।
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