Joshimath Declared Landslide Zone : जोशीमठ में लगातार हो रहे भू धंसाव से आपदा जैसी स्थिति बनी हुई है। ऐसे में सरकार ने शहर में जानमाल की सुरक्षा को लेकर बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने शहर के लगभग डेढ़ किलोमीटर के भू धंसाव से प्रभावित क्षेत्र को लैंडस्लाइड जोन घोषित कर दिया है।
Joshimath Declared Landslide Zone : कई परिवार रेस्क्यू
जोशीमठ में जमीन धंसने और कई घरों में दरारें पड़ने की घटनाओं के बीच अब उत्तराखंड सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए भू धंसाव से प्रभावित क्षेत्रों को लैंडस्लाइड जोन घोषित कर दिया है। इतना ही नहीं क्षतिग्रस्त घरों से 60 से अधिक परिवारों को भी रेस्क्यू कर लिया गया है। सरकार ने कदम जोशीमठ के अध्ययन लौटी विशेषज्ञों की टीम की रिपोर्ट के आधार पर किया है।
Joshimath Declared Landslide Zone : गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार का कहना है कि क्षतिग्रस्त घरों से 60 परिवारों को आज रेस्क्यू किया गया है और कम से कम 90 परिवारों को और निकाला जाना बाकी है। उन्होंने कहा कि जोशीमठ में कुल 4579 भवन है जिनमें से 610 में बड़ी दरारें पड़ने से खतरा मंडरा रहा है और यह घर अब रहने लायक नहीं बचे हैं। उन्होंने कहा कि अभी भवन सर्वेक्षण का कार्य चल रहा है और यह संख्या अभी अधिक बड़ सकती है। साथ ही जोशीमठ में भू धंसाव के चलते सेना ने किराए के घर में रहने वाले अपने जवानों को भी अपने कैंपों में शिफ्ट करना शुरू कर दिया है।
Joshimath Declared Landslide Zone : सेना ने जवानों को किराए के मकान तत्काल खाली करने के आदेश दिए
बता दे कि जोशीमठ में भारतीय सेना की ब्रिगेड और भारत तिब्बत सीमा पुलिस के एक बटालियन तैनात है और यह तिब्बत सीमा के पास अंतिम शहर है। ऐसे में इस बटालियन के कई जवान जोशीमठ में किराए के मकान पर रहते हैं और अनहोनी से बचने के लिए सेना ने जवानों को किराए के मकान तत्काल खाली करने के आदेश दिए है।
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