जहां एक तरफ इस बार गुरु पूर्णिमा और 22 जुलाई से शुरू हुआ कांवड़ मेला शिवरात्रि 2 अगस्त को संपन्न हो गया इस दौरान करीब 4 करोड़ 14 लाख शिवभक्त कावड़िए देशभर से हरिद्वार गंगाजल लेने के लिए पहुंचे तो वही दूसरी तरफ यह कांवड़िए गंगाजल लेकर को तो यहां से गए मगर जाते-जाते यहां पर करीब 6 हजार मीट्रिक टन कूड़ा हरिद्वार के घाटों पर गंगा घाटों पर बाजार में हाईवे पर छोड़ कर चले गए। कावड़ियों द्वारा छोड़े गए कूड़े में बड़ी मात्रा में पॉलिथीन भी है जिसका हरिद्वार में प्रयोग वर्जित है हालत यह है कि हरिद्वार के घाटों सड़के हो या पार्किंग एरिया सभी जगह कूड़ा ही कूड़ा पड़ा था नगर निगम इस कूड़े को उठाने का कार्य कर रहा है और नगर निगम ने 24 घण्टे में लगभग 80 फीसदी कूड़ा उठा लिया है और शेष कूड़ा भी कुछ घंटों में उठा लेने की बात कही जा रही है। जिसके लिए नगर निगम हरिद्वार द्वारा 1हजार से ज्यादा कर्मचारी लगाए थे, जिन्होंने 3 पारियों में यह 80 % कूड़ा उठा लिया है, बाकी कूड़ा भी 3 से 4 घंटो में उठा लिया जाएगा।