ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का कार्य वर्ष 2026 के मध्य तक पूरा होने की उम्मीद है। केन्द्रीय रेल व सूचना-प्रसारण मंत्री अश्वनी वैष्णव ने आज यह जानकारी पत्र सूचना कार्यालय में आयोजित वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से दी। उत्तराखंड व जम्मू के पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विभिन्न रेल परियोजनाओं के लिए उत्तराखंड को इस वित्तीय वर्ष में 5 हजार 131 करोड़ की धनराशि आवंटित की गई है। इस बजट से उत्तराखंड में रेल नेटवर्क को सुदृढ़ किया जाएगा। अश्वनी वैष्णव के मुताबिक ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन में 213 किलोमीटर की सुरंग बननी है, जिसमें से 171 किलोमीटर की सुरंग तैयार हो चुकी है। युवा पर्वत होने की वजह से यहां हिमालयन टनलिंग मैथड का इस्तेमाल किया जा रहा है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ऋषिकेश-उत्तरकाशी, टनकपुर-बागेश्वर, सहारनपुर-देहरादून व बागेश्वर-गैरसैण रेल लाइन की डीपीआर तैयार की जा रही है। उन्होंने इस बार रेलवे को रिकॉर्ड दो लाख 62 हजार का बजट में आवंटन करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण का आभार व्यक्त किया।