उत्तराखंड में 10 मई से शुरू हुई विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा में आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। लाखों की संख्या में तीर्थयात्री चारधाम यात्रा के दर्शन करने के लिए देवभूमि का रूख कर रहे है तो वहीं शुरूआती दौर में ही चारधाम यात्रा की चरमाई व्यवस्थाओं ने सरकार के बड़े बडे दावों की पोल खोलकर रख दी है। कैसे आस्था सवालों के घेरे में आई देखिए इस खास रिपोर्ट में
चारधाम यात्रा का आगाज होते ही चारों धामों में भक्तों का जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। देश-दुनिया के कोने-कोने से आए श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ रहा है। खासकर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में पिछले वर्षों की तुलना में इस साल अधिक संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं जिससे यात्रा व्यवस्था चरमरा गई है। यही नहीं चार धाम यात्रा को लेकर सरकार द्वारा किए गए पुख्ता इंतजाम के दावों की भी पोल खुल रही है। तो वहीं बिगड़ती चारधाम व्यवस्थाओं को लेकर विपक्ष भी सरकार पर लगातार हमलावर है। कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी का कहना है कि सरकार ने अपने आखों में पट्टी बांध ली है सरकार को पहले ही अंदेशा था कि इस बार यात्रियों की संख्या अधिक होगी बड़ी तदाद में रजिस्ट्रेशन होने के बाद भी सरकार का ये बोलना कि अचनाक भीड़ आई है जो सवालिया निशान खड़े करती है। जोशी ने सरकार के तंत्र को फेल बताते हुए का कहा कि सरकार चारधाम यात्रा को कराने में अक्षम है यात्रा को लेकर पहले से ही व्यवस्थाएं चाक चौबंद नहीं की गई।
चार धाम यात्रा शुरू होने से पहले सरकार ने यात्रा को सुगम बनाने के लिए बड़े-बडे दावे किए थे। सरकार द्वारा पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे कि इस बार चारधाम यात्रा रिकॉर्ड तोड़ेगी और भारी भीड़ धामों में उमड़ेगी लेकिन यात्रा शुरू होने के कुछ ही दिनों में सरकार के दावों की पोल खुल गई। यात्रा पर आने वाले यात्रियों को इन दिनों कई परेशानियों से दो चार होना पड़ रहा है। यहीं नहीं मात्र कुछ दिनों में 12 से अधिक तीर्थयात्रियों की मौत ने शासन प्रशासन की चिंताओं को दोगुना कर दिया है। उधर बेतहाशा होती भीड और गड़बडाई व्यवस्था को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को चुनावी कमान के बीच व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने के लिए ग्राउंड जीरो पर उतरना पड़ा। उधर भाजपा चारधाम यात्रा व्यवस्था से पल्ला झाड़ते हुए नजर आ रही है। भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान का कहना है कि पहली बार ऐसा हुआ है जब एक सप्ताह के अंदर इतने श्रद्धालु चारधाम यात्रा के दर्शन करने के लिए आए। सरकार द्वारा सभी व्यवस्थाएं चाक चौबंध की गई थी लेकिन कुछ कठिनाई सामने आई है उन्हें ठीक कर लिया जाएगा। उन्होंने कांग्रेस पर प्रदेश की छवी खराब करने का आरोप लगाया।
बहरहाल चारधाम यात्रा ने इस बार नया रिकॉर्ड बनाते हुए 5 लाख से अधिक आंकड़ों को मात्र 19 दिनों में पार कर दिया है। तो वहीं केदारनाथ से बद्रीनाथ और गंगोत्री से यमुनोत्री धाम तक पहुंचना तीर्थयात्रियों के लिए किसी परीक्षा से कम नहीं है। सभी धामों में यात्री यात्रा पड़ावों तक जगह-जगह कई परेशानियों से गुजर रहे है उधर सरकार भी व्यवस्थाओं को दुरस्त करने की बात लगातार कर रही है फिलहाल अब देखने वाली बात ये होगी कि शासन और प्रशासन आने वाले समय में चारधाम यात्रा को लेकर क्या व्यवस्था बनाती है कि ताकि सभी तीर्थयात्री आसानी से सभी मंदिरों के दर्शन कर सकें।