उत्तराखंड में गर्मी बढ़ने के साथ ही बिजली की कटौती भी शुरू हो गई है। कहीं एक घंटा तो कहीं कई घंटों की बिजली कटौती होना लोगों के लिए मुश्किलों का सबब बनते जा रहा है। ऐसे में ऊर्जा प्रदेश के नाम से पहचाने जाने उत्तराखंड खुद ही बिजली संकट से जूझ रहा है जिसपर विपक्ष ने भी सवाल उठाए है। कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल बिष्ट का कहना है कि ऊर्जा प्रदेश के नाम से जानना वाला प्रदेश को लेकर सरकार ने बड़े बडे दावे किए। सरकार ने बोला कि हम विद्युत उत्पादन में अग्रीण राज्य बनेंगे और राज्य के लोगों को अच्छी बिजली दी जाएगी लेकिन धरातल पर जिन प्रोजेक्ट को बताया गया वो प्रोजेक्ट सरकार आगे नहीं बढ़ा पाई ऐसे में सवाल उठता है कि कैसे लोगों को सस्ती बिजली मिलेगी आलम ये है कि देश के अंदर सबसे महंगी बिजली उत्तराखंड में मिल रही है जिसके चलते उपभोक्ताओं को महंगी बिजली से जूझना पड़ रहा है। सरकार एसी कमरों में बैठकर बयान तो देती है लेकिन होमवर्क नहीं करती है जिसका खामयाजा जनता को भुगतना पड़ता है।