मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में यूपीसीएल उत्तराखण्ड राज्य को ‘ऊर्जा प्रदेश’ बनाने के लिए प्रयासरत है। यूपीसीएल द्वारा ए०डी०बी० परियोजना के अन्तर्गत देहरादून शहर के मुख्य मार्गों की उपरिगामी विद्युत लाईनों को भूमिगत किये जाने के कार्य को शीघ्रता से पूर्ण किया जा रहा है।
इस योजना के अन्तर्गत देहरादून शहर में 33 के0वी0 की लगभग कुल 92 किमी, 11 के0वी0 की लगभग कुल 230 किमी तथा एल०टी० की लगभग कुल 608 किमी लाइनों को भूमिगत किया जा रहा है जिसके लिए शहर को तीन लॉट में बांटा गया है। वर्तमान में सभी लॉट के क्षेत्रीय दलों द्वारा सर्वे एवं संयुक्त सर्वे का कार्य पूर्ण करने के बाद रोड कटिंग की अनुमति प्राप्त कर लाईनों के भूमिगतिकरण का कार्य चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है।
भूमिगत केबल्स से पर्यावरणीय कारकों जैसे तेज़ हवा, बारिश व पेड़ों की शाखाओं से कम प्रभावित होते हैं। इसके बेहतर इन्सुलेशन से बिजली हानि कम होती हैसाथ ही गिरी हुई तारों या आग लगने का जोखिम लगभग समाप्त हो जाता है। भूमिगत केबल्स से शहरी और आवासीय क्षेत्रों का सौंदर्यीकरण होगा। साथ ही, बिजली चोरी और निर्माण गतिविधियों या वाहनों से होने वाली दुर्घटनाओं का खतरा कम होगा। पर्यावरणीय दृष्टि से भी यह लाभदायक है, क्योंकि पेड़ों की छंटाई की आवश्यकता नहीं होगी।
विद्युत लाइनों के भूमिगतिकरण के लिए प्रबंध निदेशक ने निर्देश दिए हैं कि कार्य शीघ्र पूरा हो और सुरक्षा मानकों का पालन हो। गड्ढों और नालियों की भराई नियमित की जाए। इस योजना से देहरादून का विद्युत वितरण तंत्र यूरोपीय देशों जैसा सुदृढ़ होगा।