Rishikesh–Karnaprayag line : भी मौजूद रहे। देवप्रयाग से जनासू के बीच बनाई जा रही इन सुरंगों की कुल लंबाई 14.57 किलोमीटर है। जटिल भूगर्भीय परिस्थितियों के चलते इनके निर्माण में जर्मनी से मंगाई गई विशेष टीबीएम मशीनों का सहारा लिया गया। निर्माण कार्य में सहायता के लिए जनासू से करीब 1.5 किलोमीटर दूर एक वर्टिकल सुरंग भी बनाई गई है।
इससे पहले श्री वैष्णव ने ऋषिकेश के योगनगरी स्टेशन पहुंचकर कर्णप्रयाग रेल परियोजना के कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रॉजेक्ट की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। निरीक्षण दौरान रेल मंत्री के साथ हरिद्वार के सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत और गढ़वाल के सांसद अनिल बलूनी भी उपस्थित रहे। वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहाड़ पर रेल के सपने को पूरा करने का काम किया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने टनल कार्य में जुटे सभी इंजीनियरों और श्रमिकों को ब्रेकथ्रू के लिए बधाई दी।