Champawat By Election : चंपावत उपचुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ऐतिहासिक जीत के बाद कांग्रेस को 440 वाल्ट का जोर का झटका तो जरूर लगा होगा। आखिर लगे भी क्यों न पहले विधानसभा चुनाव और उसके बाद उपचुनाव के रण में पराजय मिलना ये किसी हाईवोल्ट के झटके से कम थोड़ी न है। जिस तरीके से आज सीएम धामी ने निर्मला गहतोड़ी को 55 हजार से अधिक वोटों से करारी शिकस्त दी है ये इतना बतलाने के लिए काफी है कि ये हार महज निर्मला गहतोड़ी की ही नहीं बल्कि कांग्रेस की रणनीति और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की भी हार है जिन्होंने चुनाव को न ही सिरियस लिया और न ही उसमें फोकस किया।
Champawat By Election : चुनाव में कांग्रेस हुई पस्त
उपचुनाव में इतने मार्जिन से हारना ये कांग्रेस पार्टी के लिए किसी रेड सिगनल से कम नहीं है। क्योंकि चंपावत उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी को मिली हार मात्र हार ही नहीं है बल्कि हरीश रावत, प्रीतम सिंह, करण माहरा समेत उन तमाम कांग्रेस के नेताओं पर हार का तमाचा है जो सिर्फ इस चुनाव में खानापूर्ति के लिए चंपावत में चुनावी प्रचार कर रहे थे।
Champawat By Election : इतना ही नहीं ये कांग्रेस की रणनीति की हार है जो गुटबाजी में रहकर जनता को गुमराह करने के साथ ही जबरगस्ती ये दिखाने की कोशिश कर रहे थे कि चुनावों में हम सब एक हैं। जबकि असल मायनें में अगर कांग्रेसी अपने प्रत्याशी के साथ संगठित होकर ये चुनाव लड़ते तो शायद उम्मीदवार की इतनी बुरी हार नहीं होती। बता दें कि सीएम धामी के सामने निर्मला न सिर्फ केवल हारी हैं बल्कि उनकी जमानत भी जब़्त हो गई है।
ये भी पढ़ें : चंपावत उपचुनाव में चला धामी मैजिक, तोड़ा पूर्व सीएम विजय बहुगुणा का रिकॉर्ड