उत्तराखंड केदारनाथ उपचुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। उपचुनाव से ठीक पहले कांग्रेस और भाजपा में बगावत होती दिख रही है। अगर कांग्रेस की बात करे तो प्रत्याशियों के पैनल को लेकर घमासान शुरू हो गया है। वरिष्ठ पर्यवेक्षक गणेश गोदियाल ने सोमवार को प्रत्याशियों का पैनल सीधे प्रदेश प्रभारी सैलजा को भेज दिया था। इस पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कड़ी आपत्ति जताई थी। इससे साफ दिखाई दे रहा की कांग्रेस में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। जिसको लेकर आज दिल्ली में अहम बैठक हुई
वहीं भाजपा नेतृत्व भी असमंजस में पड़ गया है। भाजपा में ऊपर सब ठीक है लेकिन ज़मीन पर दावेदारों में खींचा तानी देखने को मिल रही है। उत्तराखंड की केदारनाथ सीट से दो बार निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव हार चुके कुलदीप सिंह रावत के तेवरों से बीजेपी में बेचैनी बढ़ गई है। साथ ही दिवंगत शैला रानी रावत की बेटी ऐश्वर्य रावत और भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल के साथ अन्य लोग भी अपनी दावेदारी पेश कर रहे है।
वहीं भाजपा प्रवक्ता विनोद सुयाल का कहना है कि भाजपा में सब कुछ ठीक है और जल्द ही हमारा नेतृव प्रत्याशी चयन कर लेगा साथ ही उन्होंने कहा कि केदारनाथ उपचुनाव में भाजपा फिर से कमल खिलाने जा रही है।