Displace Families From Joshimath पिछले कई दिनों से उत्तराखंड के चमोली जिले पर भू धंसाव का खतरा मंडरा रहा है। जिले का जोशीमठ शहर भू धसाव के चलते खतरे की जद में है। स्थिति अब यह हो गई है कि इससे शहर के सैकड़ों घरों में पड़ी दरारें लोगों के लिए खतरे की घंटी बनती जा रही है। ऐसे में अब सरकार ने इन सैकड़ों परिवारों के विस्थापन के लिए जमीन तलाशनी शुरू कर दी है।
Displace Families From Joshimath : सरकार ने की जमीन तलाशनी शुरू
चमोली का जोशीमठ जिले में इन दिनों खतरे की तलवार लटक रही है। आलम यह है कि जोशीमठ शहर के करीब 500 घरों में दरारें पड़ गई है। जोशीमठ की स्थिति को देखते हुए शासन से लेकर प्रशासन तक हर कोई बेहद चिंतित है। शहर के कई घर ऐसे है जहां हालत बेहद चिंताजनक बने हुए है और वहां लोगों का रहना खतरे से खाली नहीं है। लिहाजा सरकार इन परिवारों को विस्थापित करने का प्लान बना रही है। वहीं सर्वे के मुताबिक सिस्टम न होने और पानी निकासी की व्यवस्था के चलते स्थितियां बिगड़ी है इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि पूरा शहर ग्लेशियर से बनी रॉक पर बसा हुआ है जिसके चलते भू धंसाव की स्थिति लोगों के लिए अब मुसीबत का सबब बनती जा रही है।
Displace Families From Joshimath : जोशीमठ नगर पालिका अध्यक्ष का कहना है कि जोशीमठ शहर लगातार पिछले 1 साल से धस रहा है और कई लोगों के घरों में दरारें आ रही है जिसके चलते अब लोग आंदोलन करने के बाध्य हो गए है। उनका कहना है कि इस मामले को लेकर सरकार द्वारा नाकामी के चलते जोशीमठ के लोगों को मजबूरन सड़कों पर आकर आंदोलन करना पड़ रहा है।