New Districts Need In Uttarakhand : उत्तराखंड में नए जिलों की डिमांड आज की नहीं बल्कि बरसो पुरानी है। यहां समय—समय पर आंदोलनकारियों और राजनीतिक रूप से आवाज उठने के बाद ये मुद्दा अक्सर गर्महीन हो जाता है। तो इस बार विधानसभा स्पीकर ऋतु खंडूड़ी ने भी इस मामले पर अपनी राय रखते हुए प्रदेश में 4 नए जिले बनाने की बात कही है।
New Districts Need In Uttarakhand : स्पीकर ने कहा 4 जिलों की जरूरत
सूबे में एक बार फिर नए जिलों का मुद्दा गरमा गया है। अक्सर विधानसभा चुनावों के दौरान राजनीतिक पार्टियों द्वारा नए जिलों के गठन का वादा तो किया जाता है लेकिन हकिकत में ये वादे ज्यों के त्यों ही नज़र आते है। इस बार तो 2022 के विधानसभा चुनाव में पहली बार चुनावी मैदान में उतरी आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने भी राज्य में 6 नए जिलों के गठन का सपना प्रदेशवासियों को दिखाया था लेकिन आप पार्टी प्रदेश की सत्ता में काबिज होने में नाकामयाब साबित हुई।
New Districts Need In Uttarakhand : इस बीच अब विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने प्रदेश में 4 नए जिले बनाए जाने की बेहद आवश्यकता बताई है। फिलहाल स्पीकर ने 4 जिले कौन से होंगे इसके बारे में कोई जानकारी साझा नहीं की है। लेकिन ख़बरें है कि ऋतु खंडूड़ी ने अपने विधानसभा क्षेत्र कोटद्वार को जिला बनाए जाने की पुरजोर पैरवी कर रही है।
New Districts Need In Uttarakhand : बता दें कि राज्य स्थापना के दौरान उत्तराखंड क्रांति दल 21 जिलों वाला राज्य बनने की कवायद कर रहा था लेकिन उस समय 13 जिलों के गठन पर ही अंतिम मंजूरी मिली। बावजूद इसके एक दर्जन से ज्यादा जगहों पर जिले बनाए जाने के लिए आंदोलन छिड़े और जिन जिलों को पुनर्गठित किए जाने के लिए आवाजें उठी उनमें से कर्णप्रयाग, थराली, गैरसैंण, कोटद्वार, नरेंद्रनगर, यमुनोत्री, रूड़की, ऋषिकेश,डीडीहाट,काशीपुर, रानीखेत और रामनगर शामिल है।
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