Pipalkoti Not Safe : जोशीमठ में आई आपदा के बाद से सरकार और प्रशासन ने मोर्चा संभाला हुआ है और लगातार राहत बचाव कार्य कर रही है। इस बीच जोशीमठ आपदा प्रभावितों को बसाने और पुनर्वास योजना पर भी काम शुरू हो गया है। ऐसे में सरकार और प्रशासन ने लोगों को जोशीमठ के जिन दूसरी जगहों पर बसाने की योजना तैयार की है उन चिन्हित जगहों को वैज्ञानिकों ने खतरा बताया है।
Pipalkoti Not Safe : सुरक्षित नहीं जगह
सरकार ने प्रभावित लोगों को बसाने की योजना तैयार करते हुए चार जगहों को चिन्हित किया है इन नई जगहों में पीपलकोटी और गौचर मुख्य रूप से शामिल है। इस बीच हैरानी की बात ये है की जिन दो जगहों पर अधिक फोकस किया गया है उन जगहों को वैज्ञानिकों ने बड़ा रिस्क बताते हुए अध्ययन और शोध रिपोर्ट पर नजर डालने की बात कही है।
Pipalkoti Not Safe : वैज्ञानिकों का कहना है कि पीपलकोटी शहर ग्लेशियर से लाए गए जलीय मरबे पर बसा है और यह जमीन 4 स्तरों में विभाजित है जिसके चलते जमीन पर ऊपर और नीचे से दबाव बढ़ने पर भू धंसाव की समस्या बढ़ सकती है। उन्होंने कहा की पीपलकोटि के दोनों छोरों पर पहाड़ी नाले बहते है और मानसून काल में ये नाले विकराल रूप ले सकते है