उत्तराखंड में शुरू हुई चारधाम यात्रा को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है जहां एक तरफ चरमराई व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने के लिए सरकार तमाम बड़े दावे कर रही है और प्रशासन भी हालातों को सुधराने के लिए युद्धस्तर पर जुटा हुआ है तो वहीं अब चारधाम यात्रा पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सवाल खड़े किए है। पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रशासन पर ठीकरा फोड़ते हुए कहा कि उत्तराखंड में 19 अप्रैल को मतदान संपन्न हो गया था और चारधाम यात्रा बाद में शुरू हुई लेकिन प्रशासन अपनी नाकामयाबी और बेवकुफी छुपाने के लिए इस तरह की बात कर रही है।
चारधाम यात्रा में जहां एक तरफ लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन कर रहे है तो वहीं भारी भीड़ ने शासन प्रशासन के पूरे सिस्टम को हिला कर रख दिया है। आलम ये है कि श्रद्धालु बगैर दर्शन किए घरों को वापस लौटना रहे है तो ऑफलाइन पंजीकरण बंद होने से कई तीर्थ यात्री ऋषिकेश रुके हुए हैं। ऐसे में कांग्रेस पार्टी भी सरकार पर यात्रा की आव्यवस्थाओं पर जमकर कोस रही है। कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल बिष्ट का कहना है कि चारधाम यात्रा में लगतार अव्यवस्थाएं सामने आ रही है लेकिन मंत्री अपनी नाकामी छुपाने के लिए बहानेबाजी कर रही है। पूर्व सीएम त्रिवेंद्र ने भी चारधाम यात्रा को लेकर वाजिब सवाल खड़े किए है कि आखिर प्रशासन कहा सोया हुआ था समय पर तैयारी क्यों नहीं की गई। उन्होंने कहा जब तैयारियों का समय होता है तब अधिकारी एसी कमरों में सोए हुए होते है और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र का बयान सामने आना सरकार के लिए शर्मनाक है।
बाइट—शीशपाल बिष्ट प्रदेश प्रवक्ता कांग्रेस