Bhagat Singh Koshyari Resign : महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के इस्तीफे के बाद महाराष्ट्र के साथ ही अब उत्तराखंड में भी राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो चली है। कोशियारी के इस्तीफे की मंजूरी की खबर आने के बाद से ही प्रदेश में राजनीतिक दलों के बीच बयानबाजी का दौर शुरू हो चुका है। कयास लगाए जा रहे हैं कि कोशियारी के इस्तीफे के बाद प्रदेश लौटने को लेकर कई नई राजनीतिक समीकरण बन सकते हैं।
Bhagat Singh Koshyari Resign : आगे क्या होगा
बीजेपी में इन दिनों जिस तरीके से खतरे के बादल मंडरा रहे है उससे कहा जा सकता है की भाजपा को सिर्फ प्रदेश से ही टेंशन नहीं है बल्कि अन्य राज्यों में भी पार्टी के हाल कुछ ठीक नजर नहीं आ रहे है। आलम ये है की प्रदेश में जहां एक तरफ बीजेपी की भर्ती परीक्षाओं पेपर लीक, बैक डोर भर्ती, अंकिता भंडारी हत्याकांड समेत कई मामलों को लेकर किरकिरी हो रही है तो वहीं अब महाराष्ट्र से भगत सिंह कोश्यारी का इस्तीफा पार्टी के लिए मुसीबतें खड़ी करता हुआ दिखाई दे रहा है। इन सबके बीच विपक्ष को बैठे-बिठाए सरकार पर तंज कसने का मुद्दा मिल गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि कार्यकाल के बीच कोशियारी का हटना कई तरह की चिंताएं पैदा करता है। उधर माना जा रहा है कि कोशियारी उत्तराखंड की पॉलिटिक्स में सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं। ऐसे में सीएम धामी के राजनीतिक गुरु भगत सिंह कोश्यारी के उत्तराखंड आने से प्रदेश में एक नया पावर सेंटर तैयार होने की उम्मीद है।