Health Facilities In Chardham Yatra : उत्तराखंड में चल रही चारधाम यात्रा में जहां एक तरफ श्रद्धालुओं का हुजुम उमड़ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ यात्रा में चरमाराई स्वास्थ्य सेवा सरकार के तमाम दावों की पोल पट्टी खोलते हुए दिखाई दे रहे है। आलम ये है कि मई से शुरू हुई चारधाम यात्रा में अब तक 170 तीर्थयात्री अपनी जान गंवा चुके है लेकिन सूबे के स्वास्थ्य मंत्री कमान मिलने के बाद भी हाथ में हाथ धरे बैठे हुए है। ये हम नहीं बल्कि एनएचएम की निदेशक डॉ सरोज नैथानी की अध्यक्षता में बनी 4 सदस्यीय कमेटी की ओर से जारी रिपोर्ट बयां कर रही है।
Health Facilities In Chardham Yatra : रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा
चारधाम यात्रा में लगातार हो रही तीर्थ यात्रियों की मौत से हर काई हैरान है। वहीं स्वास्थ्य सुविधाओं को जानने के लिए स्वास्थ्य सचिव की ओर से 4 सदस्यीय कमेटी बनाई गई है जिसमें खुलासा हुआ है कि केदारनाथ में पर्याप्त स्वास्थ्य व्यवस्था नहीं पाई गई है। इतना ही नहीं कमेटी द्वारा 9 बिंदुओं के जरिए सुझाव भी दिए गए है। रिपोर्ट में पहले ही बिंदु ये स्पष्ट कर रहा है कि ऋषिकेश में यात्रियों के रजिस्ट्रेशन और स्क्रीनिंग काउंटर में तैनात कर्मचारियों और अधिकारियों में कोई सामंजस्य ही नहीं है।
Health Facilities In Chardham Yatra : ऋषिकेश में केवल 1 या 2 प्रतिशत लोगों की ही स्क्रीनिंग की जा रही है जो अपने आप में सरकार की कथनी और करनी में अंतर को समझने के लिए काफी है। बता दें कि केदारनाथ धाम की जिम्मेदारी स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत को सौंपी गई है। वहीं चारधामों में सबसे ज्यादा तीर्थ यात्रियों की मौत केदारनाथ धाम में हुई है जिसकी स्वास्थ्य सुविधाओं के हालातों को जानने और इस पर अपनी रिपोर्ट देने की जिम्मेदारी स्वास्थ्य सचिव की ओर से बनाई गई 4 सदस्यीय कमेटी को दी गई है।
ये भी पढ़ें : कैलाश गहतोड़ी को मिला सीट छोड़ने का इनाम, बने वन विकास निगम के अध्यक्ष